Kucchh aur baat hoti..

 

A conversation in the form of couplets with @romeomustdiee ^_^

Kucchh Aur Baat Hoti..

तेरी रहगुज़र से जाते, तो कुछ और बात होती

तेरे ख्वाबों में आते तो कुछ और बात होती

वो नक़ाब खुद उठाते, तो कुछ और बात होती

वो हंसके हमें मनाते तो कुछ और बात होती

वो निगाह से पिलाते, तो कुछ और बात होती

वोह साथ चलते चलते हाथ थाम लेते तो कुछ और बात होती||

Dil Ki Dastaan..

कुछ तो मज़बूरियाँ रही होंगी, यूँ ही कोई बेवफा नहीं होता

ये कहकर वो चले गए पर दिल का दर्द है जो दफा नहीं होता..

दिल-ए नादां तुझे हुआ क्या है / अख़िर इस दर्द की दवा क्या है

दिल का है ये शौक पुराना.. मर्ज़ खुद ही है और पूछता है दवा क्या है||

 

छलावा …

 

हवा थमी सी थी वक़्त ठहरा हुआ था
मैं चल रही थी अनजानी राह पर
कुछ भी तो नहीं था पास
कोई भी तो नहीं था साथ!
सोचती थी क्या ऐसा ही रहेगा हमेशा?
अचानक ली वक़्त ने करवट
और एक तूफ़ान आया..
हवा ज़ोरों से चली मुझे अपने संग लिए…
इस आंधी से उठी एक ख़ुशी की लहर..
सोचने लगी में ये के बदल गए हालात..
अब कुछ तो था पास, कोई तो था साथ!
अचानक हवा थम गयी और रुक गए मेरे कदम..
बादल छंटे तो देखा वक़्त वहीँ थमा है..
सारा आलम वहीँ था..कुछ भी नहीं था पास, कोई भी नहीं था साथ!
और अब जान गयी हूँ मैं ऐसा ही रहेगा हमेशा!!!

पतझड़ !

 

पेड़ की किस्मत है ये

पतझड़ आने पर

पत्ते भी साथ छोड़ देते हैं…

और बहार आने पर पास आते हैं..

पेड़ की है सिर्फ यही ख्वाहिश..

एक पत्ता तो ऐसा हो

जो पतझड़ में भी साथ निभाए!!!

तलाश

 

मंजिल की तरफ चल पड़े हैं

राह अकेली है अनजानी है

अकेले कटता नहीं सफ़र

एक हमसफ़र की तलाश है

कड़ी धुप में जो छाँव दे

उस बदल की तलाश है

नज़रें ढूंढती हैं उसे चारों तरफ

क्या उसे भी मेरी तलाश है?